नव वर्ष मंगलमय हो..
स्वागत सब मिलकर करें, नए साल का आज
हिम्मत साहस से बढें, सुलझ जाएं सब काज|
नया नया विश्वास हो, नया नया संवाद
नयी नयी हो भावना, नया नया आह्लाद|
घर घर में जलते रहें, नेह भाव के दीप
प्रेमभाव की मुक्तिका, निपजे मन के सीप|
सपनों को अपना करें, बोकर श्रम के बीज
श्रम सीकर को बांधकर, बने नया ताबीज|
नए साल की मंगलकामनाओं सहित,
होमनिधि शर्मा
साभार : गिरिजाशरण अग्रवाल जी द्वारा प्रेषित पंक्तियां
नया साल और नये संकल्पों की शुभकामनाएं। वैसे भंवरलाल जी मानते हैं कि - नया साल कोई नया नहीं है
ReplyDeleteऐसा कोई साल नहीं जो आया और गया नहीं है :)